फल खाने से वजन कंट्रोल ही नहीं रहता बल्कि कम भी होता है , फलों को सही तरीके से अपने डाइट / मील प्लान में शामिल लीजिए आपको फर्क सातवे दिन से दिखना शुरू जाएगा .
फलो से वजन में फर्क क्यों और कैसे पड़ता है ?
मोटापा कम करने के लिए फ्रूट्स और फाइबर को लेने का सही तरीका और समय क्या है
वजन कम करना बहुत बड़ी बात नहीं है , आप माइंड सेट बना लीजिए , आपका वजन कम होने से कोई नहीं रोक सकता है। ब्लॉग पर आकर पढ़ने के लिए शुक्रिया , आते रहिए - पढ़ते रहिए शायद आपको थोड़ी हेल्प मिल जाए।
फलो से वजन में फर्क क्यों और कैसे पड़ता है ?
- फ्रूट्स में फाइबर होता है , फाइबर एक तरह का कार्बोहायड्रेट ही होता है मगर शरीर इस फाइबर को डाइजेस्ट नहीं कर पाती है। तो आप जब कोई फ्रूट खाते है तब शरीर को कैलोरी तो मिलती नहीं है , और न ही केलोरी से फेट बन पाता है। मगर फ्रूट्स में पाया जाने वाला फाइबर मोटे लोगो को हेल्प करता है। कैसे ? फाइबर से पेट भरा होने की फीलिंग आती है। और कुछ खाने का मन नहीं होता है।
- फाइबर से दूसरा बड़ा फायदा यह है की , पेट में बॉउल एक्शन का ठीक करता है फाइबर - इससे पेट और आंते ठीक से काम करते है और डाइजेशन अच्छा होता है। डाइजेशन अच्छा होगा तो जो खाएंगे वो ठीक से पचेगा और पूरा पचेगा , जो भी आप खा रहे है वह ठीक से पच गया तो मानिए की मोटापे को कम होने में बहुत मदद मिल रही है। और फिर अधिकतर मोटे लोगो को पेट और डाइजेशन की बहुत दिक्कत रहती है।
मोटापा कम करने के लिए फ्रूट्स और फाइबर को लेने का सही तरीका और समय क्या है
- देखिए , चीजो को काम में लेना आता है तो रिजल्ट भी तेजी से मिलता है। नाश्ते के साथ फ्रूट जरूर लीजिए , होगा क्या की जब कम केलोरी का नाश्ता लेंगे आप तो भूख लग सकती है , तो नाश्ते के साथ फ्रूट लेने से पेट लंच तक भरा रहेगा और भूख कंट्रोल हो जायेगी आपकी।
- लांच में सलाड और हरी सब्जी जरूर लीजिए - लांच के समय मिलने वाला फाइबर भी आपको रात तक न केवल भरपेट रखेंगे साथ में , आपकी पाचन क्रिया को भी दुरुस्त करेगा।
वजन कम करना बहुत बड़ी बात नहीं है , आप माइंड सेट बना लीजिए , आपका वजन कम होने से कोई नहीं रोक सकता है। ब्लॉग पर आकर पढ़ने के लिए शुक्रिया , आते रहिए - पढ़ते रहिए शायद आपको थोड़ी हेल्प मिल जाए।
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